रांची। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने टेंडर कमीशन घोटाले में गिरफ्तार ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम की रिमांड अवधि समाप्त होने पर कड़ी सुरक्षा के बीच सोमवार को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया। ईडी के आग्रह पर कोर्ट ने एक बार फिर पूछताछ के लिए तीन दिनों के रिमांड की मंजूरी दे दी। इससे पूर्व ईडी आलमगीर को दो बार 11 दिनों के रिमांड पर लेकर पूछताछ कर चुकी है।
ईडी के विशेष लोक अभियोजक शिव कुमार ने ईडी के विशेष न्यायाधीश पीके शर्मा की अदालत से आलमगीर आलम को फिर से पांच दिनों की रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की अनुमति मांगी। इसका आलमगीर आलम के अधिवक्ता ने विरोध किया। ईडी की ओर से कहा गया कि आलमगीर आलम जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। इसके बाद अदालत ने ईडी को फिर से पूछताछ के लिए तीन दिनों के रिमांड की मंजूरी दी। इससे पूर्व मंत्री आलमगीर आलम को मेडिकल जांच के बाद ईडी के अधिकारी कोर्ट लेकर पहुंचे थे।
उल्लेखनीय है कि ईडी ने बीते पांच मई को टेंडर कमीशन घोटाले में मंत्री आलमगीर के पीएस संजीव लाल और उसके नौकर जहांगीर सहित अन्य लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान ईडी ने संजीव लाल के नौकर जहांगीर और बिल्डर मुन्ना सिंह के ठिकानों से कुल 35.23 करोड़ रुपये नकदी बरामद किये थे।
इस मामले में ईडी ने कार्रवाई करते हुए पांच मई की देर रात आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल और उसके नौकर जहांगीर आलम को गिरफ्तार कर लिया था। फिर ईडी ने दोनों को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था। इसके बाद बरामद पैसों के संबंध में ईडी ने आलमगीर आलम से दो दिन कर पूछताछ की थी। ईडी ने 14 मई को नौ घंटे और 15 मई को छह घंटे तक पूछताछ करने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।