चंडीगढ़। हरियाणा के सभी सरकारी स्कूलों में अब विश्वस्तरीय शांति शिक्षा कार्यक्रम (PEP) लागू किया जाएगा। इसके लिए प्रेम रावत फाउंडेशन (TPRF) और हरियाणा माध्यमिक शिक्षा विभाग के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक जितेंद्र दहिया, आईएएस ने इस मौके पर कहा कि शिक्षक समाज के भविष्य को आकार देने में केंद्रीय भूमिका निभाते हैं। यह सहयोग न केवल उनके पेशेवर जीवन को समृद्ध करेगा बल्कि व्यक्तिगत विकास को भी पोषण देगा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की भावना के अनुरूप यह पहल राज्य में शिक्षक विकास और कल्याण को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। समझौते के तहत हरियाणा के सभी सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को 10 वीडियो-आधारित कार्यशालाओं की श्रृंखला उपलब्ध कराई जाएगी। इनमें आत्म-जागरूकता, आंतरिक शक्ति, सम्मान, आशा और व्यक्तिगत शांति जैसे विषयों पर ध्यान केंद्रित होगा।
शांति शिक्षा कार्यक्रम अब तक 84 देशों में आयोजित किया जा चुका है। इसे 40 से अधिक भाषाओं में 5,50,000 से ज्यादा प्रतिभागियों ने अपनाया है और यह व्यक्तिगत कल्याण, लचीलापन और पेशेवर दक्षता बढ़ाने में प्रभावी साबित हुआ है।
TPRF ने शिक्षकों के लिए इस कार्यक्रम की सामग्री को नि:शुल्क उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता जताई। इस साझेदारी का उद्देश्य शिक्षकों को सशक्त बनाना और उनके माध्यम से लाखों छात्रों को सकारात्मक प्रभाव देना है।
हस्ताक्षर समारोह में माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ प्रेम रावत फाउंडेशन से डॉ. सुरेश गुप्ता, रोहताश चहल और राजदीप त्यागी मौजूद रहे।