कोलकाता। पश्चिम बंगाल में ट्रक ऑपरेटरों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बुधवार से 72 घंटे की हड़ताल का ऐलान किया है। यह हड़ताल पश्चिम बंगाल ट्रक ऑपरेटर्स एसोसिएशन (डब्ल्यूबीटीओए) द्वारा बुलाई गई है, जिससे त्योहारी सीजन से पहले आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति श्रृंखला बाधित हो सकती है। डब्ल्यूबीटीओए के एक पदाधिकारी सुभाष चंद्र बोस ने बताया कि हड़ताल बुधवार सुबह छह बजे से शुरू होगी। उन्होंने बताया कि बार-बार अपील करने के बावजूद सामान के ओवरलोडिंग पर रोक नहीं लगाई जा रही है, क्योंकि कुछ ट्रक चालक और अधिकारी इसमें संलिप्त हैं।
उन्होंने कहा, “इसका परिणाम यह है कि ट्रक मालिकों को उचित परिवहन शुल्क नहीं मिल पाता। साथ ही, ओवरलोडिंग के कारण सड़कों और वाहनों को नुकसान होता है और घातक दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है।” ट्रक ऑपरेटरों ने यह भी आरोप लगाया है कि बीरभूम और कूचबिहार जैसे कुछ जिलों में वज़न पुलों पर ओवरलोडिंग की अनुमति देने के लिए प्रति ट्रक 236 रुपये अवैध रूप से वसूले जा रहे हैं।
उन्होंने यह भी दावा किया कि माल की कम मात्रा के कारण राज्य के अनुमानित सात लाख ट्रकों में से तीन लाख ट्रक व्यवसाय से बाहर हो गए हैं। इसके अलावा, उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें विभिन्न जिलों में पुलिस और भूमि राजस्व अधिकारियों द्वारा उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। इस हड़ताल के चलते पश्चिम बंगाल में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित होने की संभावना है, जो त्योहारी सीजन के मद्देनज़र गंभीर चुनौती साबित हो सकती है।