सियोल। दक्षिण कोरिया में एक बैटरी संयंत्र में आग लगने की घटना में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई है। सोमवार को सियोल के दक्षिण में ह्वासोंग में लिथियम बैटरी प्लांट में आग लगने के बाद अब तक मौके से 20 शव बरामद किए गए हैं और अभी भी 23 लोग लापता हैं। राष्ट्रपति यूं सुक योल ने लापता लोगों की तलाश और बचाव के लिए हर संभव प्रयास करने का निर्देश दिया है।
अग्निशमन कर्मियों के मुताबिक बैटरी प्लांट में आग लगने के बाद 23 लोग लापता हैं, जिससे मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। उन्होंने कहा कि लापता हुए 23 लोगों में से 20 विदेशी हैं, जिनमें चीनी नागरिक भी हैं। उन्होंने कहा कि बैटरी प्लांट के पूर्णकालिक और अंशकालिक श्रमिकों की दैनिक सूची भी आग में नष्ट हो गई है, इसलिए हताहतों की वास्तविक संख्या का पता नहीं चल पा रहा है।
सियोल से 45 किलोमीटर दूर दक्षिण में ह्वासोंग में लिथियम बैटरी निर्माता एरिसेल के प्लांट में सुबह करीब 10:30 बजे लगी। अग्निशमन कर्मियों ने दोपहर 3 बजे तक मुख्य आग पर काबू पा लिया और प्लांट में जाकर शवों को बरामद किया। टीवी फुटेज में जलते हुए प्लांट में छोटे-छोटे विस्फोट होते हुए दिखाई दिए और चिंगारी निकलती रही। उन्होंने बताया कि इससे पहले दिन में एक अन्य मृतक कर्मचारी की हृदयाघात के बाद अस्पताल ले जाने के बाद मौत हो गई, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया और दो को मामूली चोटें आईं।
यह तीन मंजिला प्लांट मजबूत कंक्रीट की इमारत में है, जिसका कुल क्षेत्रफल लगभग 2,300 वर्ग मीटर है। इसीलिए अग्निशामकों को आग बुझाने में कठिनाई हुई। आग बुझाने के दौरान जलती हुई लिथियम बैटरियों को संभालना मुश्किल हो गया। प्लांट की दूसरी मंजिल से भागकर आए एक चश्मदीद ने ह्वासोंग फायर स्टेशन को बताया कि आग लगने के समय एक बैटरी सेल में विस्फोट हुआ था। आग तेजी से फैली, क्योंकि अंदर बैटरी सेल लगातार फट रहे थे, जिससे बचावकर्मियों के लिए अंदर जाकर तलाशी लेना मुश्किल हो गया। माना जाता है कि प्लांट के अंदर कम से कम 35,000 बैटरियां हैं।
सरकार ने आपदा से होने वाली मौतों को कम करने के उपायों पर चर्चा करने के लिए दोपहर में केंद्रीय आपदा और सुरक्षा प्रतिवाद मुख्यालय की एक आपातकालीन बैठक बुलाई। बैठक में आंतरिक एवं सुरक्षा मंत्री ली सांग-मिन ने सभी संबंधित सरकारी एजेंसियों और स्थानीय सरकारों से आग बुझाने और बचे हुए लोगों को बचाने के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों और कर्मियों को जुटाने को कहा।