रांची। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने जेलों में कैदियों की बदतर और चिंताजनक स्थिति सम्बन्धी बयान के लिए पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर पलटवार किया है। बाबूलाल ने कहा है कि जेल में बंद पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सत्ता के अहंकार में सैकड़ों निर्दोषों को जेल में डाला। तब उन्हें ना तो मानवाधिकार का ख्याल आया, ना जेल के अंदर के बदतर हालात का। बाबूलाल मरांडी ने गुरुवार को सोशल मीडिया एक्स पर इस आशय का बयान साझा करते हुए कहा कि लोगों को उठा कर जेल में डालने की हेमंत की बड़ी तमन्ना थी। ईश्वर का न्याय देखिए कि जिस ‘जेल के खेल’ को उन्होंने शुरू किया, अपने कुकर्मों के कारण वह भी उसी का शिकार हो गए।
बाबूलाल ने हेमंत को जेल में पर्याप्त सुविधाएं दिए जाने को लेकर भी बात रखी है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि हेमंत सोरेन अब बेकार में ही मानवाधिकार और आदिवासी बंधुओं की चिंता में दुबले हुए जा रहे हैं। जब संथाल में सैकड़ों आदिवासी बेटियों को लव जिहाद में फंसाया गया, शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए, गाड़ियों से कुचला गया, तब उन्हें आदिवासियों की याद नहीं आई?
मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को टैग करते हुए बाबूलाल ने कहा है कि अगर हेमंत को जेल में कथित यातनाएं दी जा रही हैं तो न्यायालय से अनुरोध कर वे अपने बैरक का सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक करवायें। बाबूलाल ने हेमंत को आश्वस्त करते हुए कहा कि जेल मैनुअल के अनुसार उन्हें सारी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए वे उनके पक्ष में खड़े रहेंगे। चंपाई सोरेन सरकार को जेल मैनुअल के अनुसार सारी सुविधाएं देने के लिए मजबूर कर देंगे।
सोशल मीडिया (फेसबुक) के जरिए गुरुवार को हेमंत सोरेन की ओर से फादर स्टेन स्वामी को याद किया गया। इसमें चिंता जाहिर करते हुए कहा गया कि केंद्र सरकार द्वारा झूठे आतंकवाद के आरोपों पर न तो उन्हें जमानत मिली और न ही समुचित उपचार सुविधा। जेल की स्थितियों से उनका स्वास्थ्य बिगड़ा और स्टेन की मौत 5 जुलाई 2021 को हो गयी, जिस तरह से कमजोर वर्ग के लिए आवाज उठाने वाले स्टेन को उपेक्षा और अन्याय से चुप कराया गया, आज उसी तरह का जुल्म हेमंत के साथ हो रहा है। हेमंत सोरेन के इसी पोस्ट पर बाबूलाल मरांडी ने प्रतिक्रिया दी है।